ऐ जी मै तो दरसन को प्यासी।
हसूँ ,रोवू पिय बुलावू
कबहु पपिहरा चुप करावू
पपिहा करत मौरी हाँसी।
ऐ जी मै तो......
टेरत टेरत हार गयौ मै
रोवत रोवत मौन भयौ मै
आयौ न मौरा ब्रजवासी
ऐ जी मै तो .....
देश कौन सो जाय बसौ पिय
प्रीत देय काहै छोडि गयौ पिय
बनाय राखो वा ही देसवासी
ऐ जी मै तो.....
देखू उठ उठ द्वार बार मै
कहू पिय से हार हार मै
बना लेयो चरणन को दासी
ऐ जी मे तो....
॥ युगल स्तुति ॥ जय राधे जय राधे राधे, जय राधे जय श्री राधे। जय कृष्णा जय कृष्णा कृष्णा, जय कृष्णा जय श्री कृष्णा॥ श्यामा गौरी नित्य किशोरी, प्रीतम जोरी श्री राधे। रसिक रसिलौ ...
Comments
Post a Comment