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मोहे ना छोड़ो नंद के लाल , संगिनी जु ।

मोहे ना छोड़ो नंद के लाल
नयन मिलि जाबै ह्वै धमाल
इत झलक देखूं कजरारि अखियन सों
उत हिय जावै मनमोहिनि मुरतिया कमाल

प्रिया जु आज श्यामसुंदर सों मुख फेरे बैठी हैं।श्यामसुंदर पल पल प्रिया जु कौ मुख देखन तांई आगे झुकै है पर प्यारी जु नाए मुख देखत नाए दिखावै।सखियाँ प्यारी जु को मान करिबै देख बैठी मुस्कावै और प्यारे जु कै प्रेम पै बलि बलि जावै।प्यारे जु कछु डरै हुए से कबहु पुष्प लावै है और कबहु चरणन तांई बैठ प्यारी जु नै मनावै पर प्यारी जु नै कह दई सो कह दई।आज नाए देखूं तोय।

पर श्यामसुंदर मानै तबहि तो ना।सखियन तांई प्रेम मनुहार लगावै और घड़ी घड़ी पूछै आज का भई री प्यारी नै।काहे मोसे नयन चुरावै।अजहू तो मैं निर्धारित समय से पूर्ब ही आए गयो और देख याके तांई सब सिंगार भी लैके आएयो।फेर काहै प्यारी जु निठुराई करै है।का कर यानै मनाऊं।

प्यारी जु मुख झुकाए तनिक मुस्कावै है और कहै है के तुम कछू गलत नाए कियो हो।मोते तो तुम आए कै चले जाए हो सो बात ही खटकै है।इह वास्ते ना तोए देख रही।तुम एक नजर देख लेवै से हिय में उतर जावै और फेर परत जावै और तब तोय वा बेचैनी कू भान ही नाए रहै है जो मेरो मन में समावै और छिन छिन कल्प समान बीतै।

प्यारी जु की या बात सुनी प्यारे जु ठहाके मार हंसै और यातै सब सखियन ने मुंह फुलाए लियो और प्यारी जु प्यारे जु की तरफ देख कै नाक लाल कर लियो।याकी अखियन सों अश्रु टपकै और मुख पे गुस्सो।

प्यारे जु कुछ देर तो हांसी उड़ाते इतने उत डोले फेर आए कै प्यारी जु को सहसा विसाल भुजाओं में जकड़ लियो और नेत्रन में नेत्र डार मुस्काबै लगे।ऐसो देख्यो कि पल में प्यारी जु को गुस्सो तो धरा में समाए गयो और होस आसमान में खोए गयो।

प्यारे जु अब कहन लगै अच्छो यही कह रही थी आप प्यारी जु तो अब काहै मोकू निहार रही।प्यारी जु यह सुन सकुचा गईं और तिलमिलाती सी एक कर से स्यामसुंदर कू पीछे धकेल रहीं और दूजो कर सों पीताम्बर पकड़ै हिय सों लिपटाए रही।सखियन देख सब सर्म सों लाल भई और इत उत देख मुस्काबै रही।

प्यारे जु एक दर्पण मगावै हैं और प्यारी जु ते कहै है यामे अपनी सुरतिया देखो तो जैसे ही प्यारी जु देखै हैं दर्पण में याकी सुरतिया नाए दीखै।दीखै तो केवल स्यामसुंदर जु।तब स्यामसुंदर कहै है देखो लाड़ली यानै मोकू कैद कर रख्यो है कितहूं नाए जाए सकूं तोकू छोड़।

प्यारी जु दर्पण पकड़ कै जित देखै याकै अंग अंग और हर आभूषण में स्यामसुंदर ही दीखै और बस्त्र में भी।प्यारी जु तो कहीं हैं ही नहीं।

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