Skip to main content

जयति जयति जय श्रीवृन्दावन

जयति जयति जय श्रीवृन्दावन
जयति जयति जय रजरानी
जयति जयति जय श्रीवृन्दावन
जयति जयति यमुने रसरानी

जयति जयति जय श्रीवृन्दावन
जयति जयति  गिरिराज गोवर्धन
जयति जयति जय श्रीवृन्दावन
जयति जयति जय इंद्रमद मर्दन

जयति जयति जय श्रीवृन्दावन
जयति जयति जय बरसाना धाम
जयति जयति जय श्रीवृन्दावन
जयति जयति जय श्रीराधा नाम

जयति जयति जय श्रीवृन्दावन
जयति जयति जय गह्वरवन
जयति जयति जय श्रीवृन्दावन
जयति जयति जय मधुबन

जयति जयति जय श्रीवृन्दावन
जयति जयति जय ब्रज लतापतन
जयति जयति जय श्रीवृन्दावन
जयति जयति जय युगलचरण

जयति जयति जय श्रीवृन्दावन
जयति जयति जय युगल किशोर
जयति जयति जय श्रीवृन्दावन
जयति जयति जय प्रेमरस कोर

जयति जयति जय श्रीवृन्दावन
जयति जयति परमप्रेम धाम
जयति जयति जय श्रीवृन्दावन
मन आठों पहर जपत अभिराम

जयति जयति जय श्रीवृन्दावन
जिव्हा रटे क्षण क्षण यही नाम
जयति जयति जय श्रीवृन्दावन
जयति जयति जय परम सुखधाम

Comments

Popular posts from this blog

युगल स्तुति

॥ युगल स्तुति ॥ जय राधे जय राधे राधे, जय राधे जय श्री राधे। जय कृष्णा जय कृष्णा कृष्णा, जय कृष्णा जय श्री कृष्णा॥ श्यामा गौरी नित्य किशोरी, प्रीतम जोरी श्री राधे। रसिक रसिलौ ...

वृन्दावन शत लीला , धुवदास जु

श्री ध्रुवदास जी कृत बयालीस लीला से उद्घृत श्री वृन्दावन सत लीला प्रथम नाम श्री हरिवंश हित, रत रसना दिन रैन। प्रीति रीति तब पाइये ,अरु श्री वृन्दावन ऐन।।1।। चरण शरण श्री हर...

कहा करुँ बैकुंठ जाय ।

।।श्रीराधे।। कहाँ करूँ वैकुण्ठ जाए.... जहाँ नहीं नंद, जहाँ नहीं यशोदा, जहाँ न गोपी ग्वालन गायें... कहाँ करूँ वैकुण्ठ जाए.... जहाँ नहीं जल जमुना को निर्मल, और नहीं कदम्ब की छाय.... कहाँ ...