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सचिन जी द्वारा राधा जी का रूप

[10/18, 11:23 AM] sachin Bhai dasi fb: क्रम से समझते हैं।श्रीमती राधारानी भगवान की स्वरुप-भूता ह्लादिनी शक्ति है(मन को प्रसन्नता देनेवाली सात्विकी शक्ति)

ये श्री कृष्ण को सुख प्रदान करती हैं।इसलिए इस आनंद शक्ति को ह्लादिनी कहा गया।इससे श्री कृष्ण स्वयं सुख अनुभव करते हैं।वे सुख स्वरुप होकर भी सुख का आस्वादन करते हैं।इसी ह्लादिनी शक्ति के द्वारा वे भक्तो को सुख प्रदान करते हैं।
[10/18, 11:24 AM] sachin Bhai dasi fb: ह्लादिनी का सार अंश प्रेम है।

इसी का दूसरा नाम  'आनंद-चिन्मय रस' है।

अथवा यु समझिए आनंद-अनुभव-स्वरुप चिन्मय रस का आस्वादन इसी प्रेम से होता है।
[10/18, 11:25 AM] sachin Bhai dasi fb: इसी प्रेम का परम सार महाभाव है।

इस महाभाव की घन मूर्ति हैं श्रीमती राधारानी
[10/18, 11:27 AM] sachin Bhai dasi fb: राधिका जी का देह प्रेम-स्वरूप या प्रेम की प्रतिमूर्ति है।वो प्रेम के द्वारा ही गठित है।
[10/18, 11:30 AM] sachin Bhai dasi fb: श्रीमती राधारानी महाभाव चिंतामणि सार है।

चिंतामणि जैसे सब वांछाओ को पूर्ण करती है,वैसे ही श्रीमती राधारानी श्री कृष्ण की समस्त वांछाओ को पूर्ण करती हैं।
[10/18, 11:31 AM] sachin Bhai dasi fb: श्रीमती राधारानी भगवान श्री कृष्ण की स्वरूप भूता शक्ति ह्लादिनी है।

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