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कैसो बांवरो कर

हाय सखी री !!
कैसो बांवरो कर छोडिग्यो
कैसो घायल तन मन कर भुलाय दियो
कैसो अपनो कर लिपटायो तुने
कैसो तुने नैनन फिराय लियो
कैसौ अंग रंग भरत प्रेम को
कैसो विरह नाद सुनाय दियो

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