पीर ऐसी उठ जाये पिया रे
तोरे बिन न दर्द और सुहाय
तोरा नाम ही औषध हो जाय
जीवत जीवत मरुं नित क्षण
मरत मरत जीयुं क्षण क्षण
कहत कहत ठहर अधर करत कम्पन
न कहत कहत बस कहत रहूं मोरा निज धन
॥ युगल स्तुति ॥ जय राधे जय राधे राधे, जय राधे जय श्री राधे। जय कृष्णा जय कृष्णा कृष्णा, जय कृष्णा जय श्री कृष्णा॥ श्यामा गौरी नित्य किशोरी, प्रीतम जोरी श्री राधे। रसिक रसिलौ ...
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