भुलिया तोमारे संसारे आसिया
पेये नाना विध ब्यथा
तोमारे चरणे असियाची आमी
बोलिबो दुखहेरे कथा
भुलिया...
जननी जठरे छिलाम जखोना
भीष्म बंधन पासे
एक बार प्रभु देखा दिया मोरे
वांछिले दिन दासे
भुलिया....
ताखोना भावेनु जन्म पाया
कोरिबो भजन तव
जन्म होइलो पड़ी माया जाले
ना होइलो ज्ञान लव
भुलिया....
आधरेरे छेले स्व जनेरे कोले
हसिया कटानु काला
जनक जननी स्नेहते भुलिया
संसार लागेलो भालो
भुलिया......
क्रमे दिन दिन बालक होइया
खेलिनु बालक सहा
आर किछु दिने ज्ञान उपजिलो
पाठ पौढ़ी आहार अहा
भुलिया.....
विद्यार गौरवे भृमि देसे देसे
धन उपर्जन करि
स्वजन पालन कोरि एक मने
भुलिनो तोमारे हरि
भुलिया......
बारदखेये एखोना भक्तिविनोदा
कानदिया कातर अति
ना भाजिया तोरे वृथा दिन गेलो
एखौना की होवै गति
भुलिया .......
Comments
Post a Comment